लोकतंत्र कोई ठिठोली नहीं !
मैंने एक कार्टून देखा उसका सन्देश मुझे अनुचित लगा, कुछ प्रश्न उभरे, आपके समक्ष प्रस्तुत हैं। सन्देश सही है या मेरे प्रश्न व शंकाएं ? On seeing a cartoon, doubts and Q started pouring in my mind, regarding meeseges it delivered. What you think ?
Q1. क्या भारत / भारत विरोधियों से मुक्त है?
Q2. क्यों लोकतंत्र में राष्ट्र विरोधी पनपने देने चाहिए, चाहे यह आश्वस्त करने से, दानव तंत्र का निर्माण हो?
Q3. वे जब पहचाने जाते हैं, और ऐसे नागरिकों को राष्ट्रविरोधी कहा जाता है, इस सत्य कथन में गलत क्या है? तो यह फासीवाद के रूप में प्रचारित हो जाता है ? लोकतंत्र की हत्या कहा जाता है?
बल्कि ध्यान दें तो इस तलवार पर लाल रंग कम्युनिस्ट का रंग है?
Q2. Why Democracy be Demon crazy, to assure AntiNationals must flourish ?
Q3. When they are identified, and are called Anti Nationals, What is wrong in calling a spade A spade ? so as it becomes Fascism ? killing Democracy ?
Red colour at sword is rather Communist ?

जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |