ब्लाग विवरण/संपर्कसूत्र-

जीवन में हास्य ठिठोली आवश्यक भले ही हो,किन्तु जीवन ही कहीं ठिठोली न बन जाये यह भी देखना होगा.सबको साथ ले हंसें किसी पर नहीं! मनोरंजन और छिछोरापन में अंतर है.स्वतंत्रता और स्वच्छंदता में अंतर है.अधिकार से पहले कर्तव्यों को भी समझें. तिलक.(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/ अनुसरण/ निशुल्क सदस्यता व yugdarpanh पर इमेल/ चैट करें, संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 09911145678,09654675533



YDMS चर्चा समूह

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Monday, February 24, 2014

नारी शक्ति (आधुनिक)

नारी शक्ति (आधुनिक) 
मित्रों, एक मित्र की यह व्यंग रचना (सम्पादित) साभार प्रस्तुत
**** फैशन की मारी – "भारतीय नारी" **** ...

नारी शक्ति के भिन्न भिन्न रूपों का जब भी उल्लेख होता है, तो हम यह चर्चा करना भूल जाते हैं कि कैसे युगों-युगों से भारतीय महिलाएं सर्दियों के मौसम में बिना स्वेटर और शॉल के शादियों में उपस्थित होती आ रही हैं। क्या आपने मेरे ब्लाउज़ का 'डिप कट' देख लिया? 

मित्रों...विवाह वाटिका के खुले मैदान की सर्द हवा में जहां पांच मिनट में ही पुरुषों के दांत कल्लू लोहार के चिमटे की भांति किटकिटाने की क्रांति करने लगते हैं, वहां ये वीर बालाएं डेढ़ सौ रुपये अतिरिक्त देकर बनवाए ब्लाउज के 'डीप यू कट' को दिखाने के लिए स्वेटर तक नहीं पहनतीं। स्वयं मेहनती होने के कारण जानती हैं कि 2 घंटे लगाकर मेहंदीवाले लड़के ने बांह पर जो 'बांका-टेढ़ा बूटा' बनाया है, 'सेल' में खरीदी ढाई सौ की शाल पहनकर मैं उसका बेड़ागर्क कैसे कर सकती हूं? फिर भले ही जगत बाऊजी आलोकनाथ वहां आकर उसके कंधे पर अपनी लोई क्यूं न डाल दें, ये रिक्शे में बिठाकर उन्हें भी वहां से बस स्टैंड के लिए प्रस्थान करा देंगी।

मित्रों...आज की इस भारतीय नारी को शीत लगने से एक सप्ताह तक रजाई के कवर से अपना नाक पौंछना स्वीकार है, किन्तु ये मम्मी का काला स्वेटर पहनकर उसके नीचे लहंगे की मैचिंग का बाजूबंद कैसे छिपा ले? कम समय में उस मासूम के सामने यूपीए सरकार से भी अधिक चुनौतियां रहती हैं। क्योंकि चार घंटे के उस उत्सव में उसे अपने तीनों परिधान पहनने होते हैं। हर नए परिधान पहनने से पहले ये पुष्टि भी करनी होती है, कि पुरानी वाला सभी ने देखा या नहीं। फिर बदलने के बाद यहां-वहां मोरनी बन घूमते ये गणना भी करनी पड़ती है कि मेरी अदाओं से घायल लोगों का आंकड़ा अन्तत: कहां तक पहुंचा? चूंकि सजना-संवरना दूसरों के लिए होता है और स्वेटर न पहनना शौर्य का काम है इसलिए मेरी प्रार्थना है कि अन्य शूरवीरों के साथ-साथ अगली 26 जनवरी से हर वर्ष ऐसी वीरांगनाओं का भी सम्मान होना चाहिए।मित्रों...जरा कल्पना करें, कि कैसा लगेगा! जब घोषणा होगी-पिंकी कुमारी, जिन्होंने अदम्य साहस, अटूट इच्छाशक्ति और अद्भुत पराक्रम का परिचय देते हुए भीषण शीतलहर के बीच इस ऋतु की सात शादियां बिना स्वेटर और शॉल के रहीं, ये सम्मान लेने के लिए हम मंच पर उनके पति को बुलाना चाहेंगे, क्योंकि वो स्वयं निमोनिया की शिकार होने के चलते अस्पताल में भर्ती हैं।
घर 4 दीवारी से नहीं 4 जनों से बनता है, परिवार उनके प्रेम
और तालमेल से बनता है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
http://jeevanshailydarpan.blogspot.in/2014/02/blog-post_24.html
http://filmfashionclubfundaa.blogspot.in/2014/02/blog-post_24.html
फिल्म फैशन क्लब फंडा :--(चमकता काला सच)|
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Monday, February 10, 2014

जागो और जगाओ!

जागो और जगाओ!
जड़ों से जुड़ें, युगदर्पण मीडिया समूह YDMS से जुड़ें!!
विश्व कल्याणार्थ भारत को विश्व गुरु बनाओ !!!
 मैकाले ने जिस प्रकार भारतीय जीवन के सभी अंगों को प्रदूषित किया है, उसे पुनः उचित सांचे में ढाल कर, भारत को विश्व गुरु के उसके खोये पद पर, पुनर्प्रतिष्ठित करने के उद्देश्य से बने, इस युगदर्पण मीडिया समूह YDMS  के 28 ब्लॉग का समूह, उन सभी देश भक्त लेखकों का आह्वान करता है, जो सोशल मीडिया पर जुड़े हैं तथा अच्छे लेखन से समाज को कुछ देना चाहते हैं। भारत की जड़ों से 60 से अधिक देशों में जुड़ा, एक प्रतिष्ठित वैश्विक मंच, आपके लेखन को वैश्विकता प्रदान करेगा, मैकालेवाद के विपरीत भारत माता को गौरवान्वित करेगा। इसकी सार्थकता हेतु, इसके विविध 28 विषय तथा उनकी गहनता व सोच पर विशेष बल दिया गया है। तभी सार्थक, सफल व लोकप्रिय होकर यह लक्ष्य को पूर्ण कर पायेगा। युगदर्पण मीडिया समूह YDMS के 28 ब्लॉग पर Live Traffic list से यह जानकर, कि वैश्विक स्तर पर आगंतुक आशा से कहीं अधिक थे। जहाँ एक सुखद अनुभूति हुई, वहाँ स्वयं पर, उन्हें उनकी आकांक्षा के अनुरूप सामग्री उपलब्ध करने का दायित्व पूरा कर पाने में असफल रहने का बोध भी। गहन राष्ट्रीय सोच के साथ विविध 28 विषय लेकर एक व्यापक मंच, जिस गम्भीरता से बनाया गया, सम्भवत: उसके अनुरूप लेखकों की टोली होती तो, यह प्रयास सर्वाधिक उपयोगी और सफल होता तथा इससे कहीं अधिक लोकप्रिय भी।
जब नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, तब पायें 
नकारात्मक बिकाऊ मीडिया का सकारात्मक राष्ट्रवादी व्यापक सार्थक विकल्प, युगदर्पण मीडिया समूह YDMS.
यदि आप भी मुझसे जुड़ना चाहते हैं, तो आपका हार्दिक स्वागत है, संपर्क करें औऱ अपने सम्पर्क सूत्र सहित बताएं, कि आप किस प्रकार व किस स्तर पर कार्य करना चाहते हैं, तथा कितना समय देना चाहते हैं ? आपका आभार अग्रेषित है।
लेखक को जानें -संघर्ष का इतिहास 40 वर्ष लम्बा है, किन्तु 2001 से युगदर्पण समचारपत्र द्वारा सार्थक पत्रकारिता और 2010 से हिंदी ब्लॉग जगत में विविध विषयों के 28 ब्लॉग के माध्यम व्यापक अभियान चला कर 3 वर्ष में 60 देशों में पहचान बनाई है। तथा काव्य और लेखन से पत्रकारिता में अपने सशक्त लेखन का विशेष स्थान बनाने वाले, तिलक राज के 10 हजार पाठकों में लगभग 2000 अकेले अमरीका में हैं। 
तिलक राज रेलन, ऐसे वरिष्ठ पत्रकार हैं, जिसने पत्रकारिता को व्यवसाय नहीं, सदा पवित्र अभियान माना है। वे कलम के धनी व युगदर्पण मीडिया समूह के संपादक हैं, जिसे केवल अपनी कलम के बल से चलाया जा रहा है । उनकी मान्यता है, कि मैकाले वादी कुचक्र ने केवल भ्रष्टाचार ही नहीं, जीवन के हर क्षेत्र को प्रदूषित किया है। यही कारण है, लड़ाई या सफाई भी व्यापक होनी चाहिए। -युग दर्पण प्रशंसक समूह YDPS 
 -तिलक, संपादक युगदर्पण मीडिया समूह  09911111611, 07531949051
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Sunday, January 12, 2014

लोकतंत्र कोई ठिठोली नहीं !

लोकतंत्र कोई ठिठोली नहीं ! 
मैंने एक कार्टून देखा उसका सन्देश मुझे अनुचित लगा, कुछ प्रश्न उभरे, आपके समक्ष प्रस्तुत हैं। सन्देश सही है या मेरे प्रश्न व शंकाएं ? On seeing a cartoon, doubts and Q started pouring in my mind, regarding meeseges it delivered. What you think ? 

Q1. क्या भारत / भारत विरोधियों से मुक्त है?
Q2. क्यों लोकतंत्र में राष्ट्र विरोधी पनपने देने चाहिए, चाहे यह आश्वस्त करने से, दानव तंत्र का निर्माण हो?
Q3. वे जब पहचाने जाते हैं, और ऐसे नागरिकों को राष्ट्रविरोधी कहा जाता है, इस सत्य कथन में गलत क्या है? तो यह फासीवाद के रूप में प्रचारित हो जाता है ? लोकतंत्र की हत्या कहा जाता है?
बल्कि ध्यान दें तो इस तलवार पर लाल रंग कम्युनिस्ट का रंग है? 
Q1. Is India /Bharat Free from Anti Nationals ? 
Q2. Why Democracy be Demon crazy, to assure AntiNationals must flourish ? 
Q3. When they are identified, and are called Anti Nationals, What is wrong in calling a spade A spade ? so as it becomes Fascism ? killing Democracy ? 
Red colour at sword is rather Communist ?

जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Saturday, January 4, 2014

मीडिया सेंटर में प्रधानमंत्री का सम्मेलन

आर्थिक स्थिति शीघ्र ही सुधरेगी :मनमोहन
प्रधामनंत्री ने अर्थव्यवस्था सुधरने की आशा में अपने सरकार की थपथपाई पीठ,
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने आज दिल्ली के मीडिया सेंटर में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में अपने ढंग से संप्रग-2 सरकार की असफलताओं को स्वीकारा, कि सरकार में विकास दर घट गयी, आर्थिक असमानता बढ़ गयी और रोजगार के अवसरों में कमी आई। फिर उन भी असफलताओं को ढकने व अर्थव्यवस्था सुधरने की झूठी आशा में अपनी सरकार की पीठ थपथपाई। 
जो मीडिया इनके करोड़ों के विज्ञापन पर आश्रित है, उन्ही के भ्रमजाल के बल पर झूठा प्रचार किस प्रकार किया जाता है यह इस संवाददाता सम्मलेन से स्पष्ट दृष्टिगोचर होता है।
अधिक जानकारी हेतु यहाँ बटन दबाएँ 

मीडिया सेंटर में प्रधानमंत्री का सम्मेलन

यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता
व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Friday, December 20, 2013

सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम कानून /प्रोत्साहन कानून

सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम कानून /प्रोत्साहन कानून
वन्देमातरम, सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम कानून पर हमारा मत क्या हो, इससे पूर्व यह समझना आवश्यक है, कि इसमे है क्या ? किन्तु एक प्रश्न सबसे अधिक सता रहा था।
भारत के विरुद्ध चल रहे इतने बड़े षड्यंत्र के बारे में इस समाज को कैसे बताया और समझाया जाए। देश का मीडिया इस कानून के सांप्रदायिक पक्ष को नही दिखा रहा है, केवल राजनीतिक प्रतिक्रिया दिखा रहा है।क्योंकि सांप्रदायिक मुद्दे पर सत्य कथन को सांप्रदायिक मान मीडिया बच रहा है।… 
....... अधिक जानकारी के लिए यहाँ बटन दबाएँ

सांप्रदायिक हिंसा रोकथाम कानून /प्रोत्साहन कानून

शुक्रवार, 20 दिसम्बर 2013









किन्तु, यह बिल विश्वगुरू भारत के अस्तित्व को ही मिटाने का कुत्सित कुचक्र है, पास हुआ तो प्रलय सुनिश्चित है। अस्तित्व रक्षा का नियम है, अंतिम क्षण में सारी ताकत लगानी चाहिए। किन्तु, हम सब पहले यह तो समझे, कि ये बिल देश के लिए अंतिम सर्वनाश का बिल है। यह बिल आने का अर्थ प्रलय है। देश की जनता को बस इतना ही समझाया जा रहा है, कि एक ऐसा बिल आ रहा है, जिसमे सत्ता और विपक्ष में सहमति नही, कुछ असहमती हैं।
किन्तु बात केवल इतनी नही है, बात सहमति की असहमती नही, अस्तित्व की है। ऐसे धर्म व संस्कृति की जिसने विश्व के कोने कोने में अत्याचारों से पीड़ितों को आश्रय दिया। आज के मुस्लिम अल्पसंख्यंक वही हैं, जिन्हे पाकिस्तान की माँग पूरी होने पर, पाकिस्तान के नर्क में जाने से नकारने को, बहुसंख्यंक हिन्दुओ ने विरोध नहीं किया।
सत्ता के वोट बैंक हेतु लम्बे समय से चल रहे, उन हिन्दुओं को साम्प्रदायिक ठहराए जाने के कुचक्र जानकर, तो इसे गहराई से समझना और भी आवश्यक हो जाता है। काले अंग्रेजों के इस साइमन कमीशन पर जब देश का नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, तब पायें 
नकारात्मक बिकाऊ मीडिया का सकारात्मक राष्ट्रवादी विकल्प युगदर्पण मीडिया समूह YDMS.
यदि आप भी मुझसे जुड़ना चाहते हैं, तो आपका हार्दिक स्वागत है, संपर्क करें औऱ अपने सम्पर्क सूत्र सहित बताएं कि आप किस प्रकार व किस स्तर पर कार्य करना चाहते हैं, तथा कितना समय देना चाहते हैं ? आपका 
आभार अग्रेषित है। 
2001 से युगदर्पण समचारपत्र द्वारा सार्थक पत्रकारिता और 2010 से हिंदी ब्लॉग जगत में विविध विषयों के 28 ब्लॉग के माध्यम व्यापक अभियान चला कर 3 वर्ष में 60 देशों में पहचान बनाई है। तथा काव्य और लेखन से पत्रकारिता में अपने सशक्त लेखन का विशेष स्थान बनाने वाले तिलक राज के 10 हजार पाठकों में लगभग 2000 अकेले अमरीका में हैं।  -तिलक, संपादक युगदर्पण मीडिया समूह  09911111611, 07531949051 
जो शर्मनिरपेक्ष, अपने दोहरे चरित्र व कृत्य से- देश धर्म संस्कृति के शत्रु;
राष्ट्रद्रोह व अपराध का संवर्धन, पोषण करते। उनसे ये देश बचाना होगा। तिलकजीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Thursday, November 21, 2013

ऐसा कैसे होता है ?

ऐसा कैसे होता है ?

बृहस्पतिवार, 21 नवम्बर 2013


ऐसा कैसे होता है ? এটা কেমন? તે કેવી રીતે છે? तो कसा आहे? ਐਵੇਂ ਕਿਦ੍ਦਾ ਹੋਂਦਾ ਏ ? 
ಇದು ಹೇಗೆ?   இது எப்படி இருக்கிறது?    అది ఎలా?   How is it? 
कम्पू जी,
Current Qजब देश को बेशर्मी से लूटा जाता है, नेता को न न्याय का भय, 
न 5 वर्षीय लोकतन्त्री कुम्भ में जनता का होता है। बल्कि सत्ता में बने रहने का विश्वास होता है। .....Read full, all laguages
http://bharatasyasharmnirpekshvyavastha.blogspot.in/2013/11/blog-post.html
भारत वर्षस्य के मित्र बनें, Join Positive media/ Like Pages of YDMS-
https://www.facebook.com/groups/189817947851269/
इतिहास को सही दृष्टी से परखें। गौरव जगाएं, भूलें सुधारें।
आइये, आप ओर हम मिलकर इस दिशा में आगे बढेंगे, देश बड़ेगा । तिलक YDMS
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Saturday, November 16, 2013

दिल्ली विधानसभा चुनाव हेतु भाजपा प्रत्याशी

Thursday, November 14, 2013

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की सूची 62 +7

दिल्ली विधान सभा के 70 क्षेत्रों में से 69 भाजपा प्रत्याशियों के नाम घोषित किये जा चुके हैं। केवल नांगलोई जाट का शेष है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के प्रत्याशियों की सूची 62+7
क्र सं, क्षे सं, क्षेका नाम, प्रत्याशी नाम सहित, .......

क्र सं, क्षे सं, क्षेका नाम, प्रत्याशी का नाम सहित,

Friday, November 15, 2013

भा अं-रा व्या मेला 14 -27 नवं का उद्घाटन
युदस, नदि: हर वर्ष कि भांति भा अं-रा व्या मेला 14 -27 नवं का दिल्ली के प्रगति मैदान में उद्घाटन हुआ।  मेले में विभिन्न मंडपों के उद्घाटन में बिहार की उद्योग मंत्री, व महाराष्ट्र निदेशक आई आई टी आर के शिवगाओंकर मुख्य अतिथि रहे।




भारत वर्षस्य के मित्र बनें, Join Positive media/ Like Pages of YDMS-
https://www.facebook.com/bharat.bharatvarshasya.3
http://aajkimahaabhaaratdarpan.blogspot.in/2013/11/blog-post_14.html
http://sarvasamaachaardarpan.blogspot.in/2013/11/blog-post_14.html
http://jeevanmelaadarpan.blogspot.in/2013/11/blog-post_14.html

नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Thursday, October 31, 2013

मासिक हलचल अक्टूबर।

मासिक हलचल अक्टूबर।

Wednesday, October 30, 2013


मासिक हलचल अक्टूबर। पर्व, विशुद्ध चुनावी राजनीति की दिशा व चेहरे, बचकाना बयान

नरेंद्र मोदी की दिल्‍ली रैली में हुंकार

मोदी ने अपने डेढ़ घंटे के भाषण में क्‍या कहा, उसके मुख्‍य बिंदु हम आपके लिये लेकर आये हैं।.......

2008 में स्वामी लक्ष्मणानंद की हत्या के लिए दोषी 7 ईसाई WEDNESDAY, OCTOBER 2, 2013 

5 वर्ष पूर्व स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती जी की हत्या का कुचक्र, हिन्दुओं के विरुद्ध वातावरण का कुचक्र, ईसाइयों को विदेशी मिशनरियों द्वारा धर्मान्तरण व कुचक्र रचने में भरपूर सहयोग की निष्पक्ष न्यायिक जाँच होनी चाहिए। साथ ही धर्म निरपेक्षता के नाम पर राष्ट्र द्रोहियों का समर्थन करने वाले शर्म निरपेक्ष चेहरे सामने आने चाहिए,  उनकी भी जाँच होनी चाहिए।...

शारदीय नवरात्रि 2013

Saturday, October 5, 2013

अखिल विश्व में फैले हिन्दू समाज सहित सभी देश वासियों को सपरिवार शारदीय नवरात्रों की हार्दिक बधाई व शुभकामनायें - युग दर्पण परिवार YDMS 
 शारदीय नवरात्रि सभी नवरात्रों में सबसे लोकप्रिय और महत्वपूर्ण नवरात्रि है। .....

कम्पू जी, आधुनिक कार्टून

शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2013

प्रज्ञावान राष्ट्रभक्तो, अष्टमी के शुभावसर पर आपका अभिनन्दन करने के साथ, आइये इस विशिष्ट कार्टून कम्पू जी, का शुभारंभ करते हैं। .....

कम्पू जी, आधुनिक कार्टून 1 शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2013 

Current Q: Why Seculars can not Tolerate Nationalism.......

कम्पू जी, 2 चक्रवात क्यों ?

Sunday, October 13, 2013 सोनिया गाँधी देश को बताएं, जब राम का अस्तित्व स्वीकार नहीं, श्रद्धा नहीं, धार्मिक मंच पर क्या करने गई, विशुद्ध चुनावी राजनीती ?

रावण का दर्द! कम्पू जी, 3 monday, october 14, 2013 दहन के समय रावण की आँखों में आंसू थे और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, व सोनिया गांधी मुस्कुरा रहे थे ? ?।.....

ध्यान से देखो, इन चेहरों को!!

शनिवार, 19 अक्तूबर 2013 रामलीला के मंच पर, हाथ में धनुष लिए इन चेहरों को! जूठे प्रचार के लिए फोटो में रावण पर तीर चलाने वालेजीवन के मंच से सर्वोच्च न्यायलय तक राम पर तीर, कैसे चलाते हैं ?........

एक बचकाना बयान की भावना SATURDAY, OCTOBER 26, 2013 मुज्जफरनगर दंगे पर राहुल के ISI वाले गैर-जिम्मेदाराना और बचकाना बयान के बचाव में आए, कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह। ....

सत्य का तथ्य (2013) TUESDAY, OCTOBER 29, 2013 (एक वार्षिक परिक्रमा).....

भारत वर्षस्य के मित्र बनें, Join Positive media/ Like Pages of YDMS-
दूषित राजनीति के बिकाऊ नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का 
सार्थक संकल्प Join YDMS ;qxniZ.k सन 2001 से हिंदी साप्ताहिक राष्ट्रीय समाचार पत्र, पंजी सं RNI DelHin 11786/2001 विशेष प्रस्तुति विविध विषयों के 28+1 ब्लाग, 5 चैनल व अन्य सूत्र, की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। तिलक -संपादक युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 

9911111611,

9999777358. 8743033968. YDMS যুগদর্পণ, યુગદર્પણ ਯੁਗਦਰ੍ਪਣ, யுகதர்பண  യുഗദര്പണ యుగదర్పణ  ಯುಗದರ್ಪಣ,
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |

Yug Darpan Media Samooh 

Tuesday, October 29, 2013

सत्य का तथ्य (2013)

सत्य का तथ्य (2013) Monday, October 28, 2013

सत्य का तथ्य -(एक वार्षिक परिक्रमा) 

সত্য ঘটনা, સત્ય હકીકતો, सत्य तथ्ये, ಸತ್ಯ ಫ್ಯಾಕ್ಟ್ಸ್, உண்மையை உண்மைகள், ట్రూత్ వాస్తవాలు,  സത്യ ക തതയ ,  ਦਾ ਤਥ੍ਯ, Facts of the Truth, सत्यश्च तथ्य:, سچ کی حقیقت , حقایق حقیقت ,

(नव महाभारत दर्पण monday, june 17, 2013) महाभारत 2014 की रणभेरी बज उठी है।

भ्रम के घनघोर अंधेरों में 

इन्हें अवश्य देखें, विशेषकर सत्यदर्पण:- ...और कितना गिरोगे देश के गद्दारो ? 

व YDMS के 28 विविध  ब्लाग 5 चेनल  अन्यसूत्र

 नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प  का एक सार्थक संकल्प युग दर्पण YDMS

- (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल  अन्य सूत्र) की 60 से अधिक देशों में एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी इस सोच  संघर्ष के साथी बन सकते हैं, लेखक न भी हों, तो इसके समर्थक/प्रचारक बनकर।

यह केवल एक समाचारपत्र या ब्लाग नहीं, पूर्व में बंगाल से पश्चिम के गुजराज, उत्तर के पंजाब से चारों दक्षिणी  राज्यों व भाषाओँ तक सभी देश भक्तों का व्यापक मंच है मैकाले ने एक विचार दिया इस देश के अस्तित्व को प्रदूषित कलंकित करने का, राष्ट्रद्रोही शर्मनिर्पेक्षों ने कर दिखाया।  इसी को बदलने के व्यापक विकल्प से जुड़ कर, अब राष्ट्र भक्त अपना दायित्व निभाएंगे। 
मैकालेवादी दास प्रवृति  मानसिकता के लोगों की अपने विदेशी स्वामियों के प्रति जितनी निष्ठा है, यदि उसका 1 लाखवां अंश भी अपनी भारत भूमि के प्रति निष्ठा रहती: तो भारत की यह दुर्दशा कभी  होती।  भारत के पुत्रो, आइये राष्ट्र की इस सुप्त चेतना को पुनर्जागृत  प्रतिष्ठित करें। -तिलक YDMS वन्देमातरम
सत्ता की सीता का हरण करने, कोई स्वार्थ का बिका लोभी रावण छद्म वेश में छल न ले! स्वयं जागें, देश जगाएँ 
2008 में भी आम आदमी के नाम से छला गया अब भी छलने की है तैयारी, बस पात्र बदल गए हैं इस बारी 

(कविता) स्वामी विवेकानन्द महान। saturday, january 5, 2013,

नेता जी सुभाष के जन्म दिवस पर उन्हें शत शंत नमन ...!!(लेख) tuesday, january 22, 2013,

बसंत पंचमी 15.2.2013,राष्ट्र रक्षा संकल्प दिवस 

हिंदुत्व एक जीवन शैली 

** "हे भारत की नारी"**

राष्ट्र की दुर्दशा, कारण, निवारण : january 20, 2013,भारतीय शिक्षा प्रणाली का विनाश,

वैचारिक क्रांति का सूत्रपात, कुचक्रों से घिरा राष्ट्र जागे ! saturday, march 30, 2013,

ऐसे अनेकों समाचार, लेख, स्तम्भ, काव्य, व्यंग चित्र व कार्टून, व अन्य प्रस्तुतियां, जिन्हें फेस बुक या ट्वीटर से लम्बे समय कटे रहने से, विविध विषयों के 28 ब्लाग सेआपसे शेयर नहीं कर सका।YDMS ब्लाग, 5 चेनल  मेरे G+ गूगल के मित्र, आप सभी "मेरे फेस बुक के नए या ट्वीटर' के सूत्र देख लें व जुड़ सकते हैं 
भारत वर्षस्य के मित्र बनें, Join Positive media/ Like Pages of YDMS-
नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया |
 इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक
पूरा परिवेश पश्चिम की भेंट चढ़ गया है | उसे संस्कारित, योग, आयुर्वेद का अनुसरण कर
हम अपने जीवन को उचित शैली में ढाल सकते हैं | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं |
 देश की बिगडती दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर इसे बनायें; -तिलकजीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है |