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जीवन में हास्य ठिठोली आवश्यक भले ही हो,किन्तु जीवन ही कहीं ठिठोली न बन जाये यह भी देखना होगा.सबको साथ ले हंसें किसी पर नहीं! मनोरंजन और छिछोरापन में अंतर है.स्वतंत्रता और स्वच्छंदता में अंतर है.अधिकार से पहले कर्तव्यों को भी समझें. तिलक.(निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/ अनुसरण/ निशुल्क सदस्यता व yugdarpanh पर इमेल/ चैट करें, संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण 09911111611, 09911145678,09654675533



YDMS चर्चा समूह

बिकाऊ मीडिया -व हमारा भविष्य

: : : क्या आप मानते हैं कि अपराध का महिमामंडन करते अश्लील, नकारात्मक 40 पृष्ठ के रद्दी समाचार; जिन्हे शीर्षक देख रद्दी में डाला जाता है। हमारी सोच, पठनीयता, चरित्र, चिंतन सहित भविष्य को नकारात्मकता देते हैं। फिर उसे केवल इसलिए लिया जाये, कि 40 पृष्ठ की रद्दी से क्रय मूल्य निकल आयेगा ? कभी इसका विचार किया है कि यह सब इस देश या हमारा अपना भविष्य रद्दी करता है? इसका एक ही विकल्प -सार्थक, सटीक, सुघड़, सुस्पष्ट व सकारात्मक राष्ट्रवादी मीडिया, YDMS, आइयें, इस के लिये संकल्प लें: शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो।।: : नकारात्मक मीडिया के सकारात्मक विकल्प का सार्थक संकल्प - (विविध विषयों के 28 ब्लाग, 5 चेनल व अन्य सूत्र) की एक वैश्विक पहचान है। आप चाहें तो आप भी बन सकते हैं, इसके समर्थक, योगदानकर्ता, प्रचारक,Be a member -Supporter, contributor, promotional Team, युगदर्पण मीडिया समूह संपादक - तिलक.धन्यवाद YDMS. 9911111611: :

Friday, March 30, 2012

हो रहा भारत निर्माण, क्या सचमुच (बेहिसाब,बेलगाम,घोटालों में)? 

वो अपनी जगह ठीक कह रहे हैं, उनके स्विस खाते और इटली ही उनका भारत है तब स्विस खाते का पेट जितना फूलेगा और इटली के विकास में ही उनको भारत का विकास और निर्माण दिखे तो इसमें गलत क्या है ? हा हा हा; ....और विज्ञापन के नाम पर मीडिया को उसका हिस्सा मॉल गया तो जनता को भी वही दिखाया जायेगा ! ऐसा कब तक चलेगा, देश बिकता रहे, बिकाऊ मीडिया की घुट्टी पी पी कर जनता सोती रहेगी ? एक सार्थक विकल्प युगदर्पण के साथ जुड़कर उसे सशक्त व् सफल बनाकर हम भारत और भारतीयता को बचा सकते हैं.

विपक्ष ने कुछ कहने का दुस्साहस किया तो उसे विपक्ष की खिसियाहट बताया जायेगा, चलो कब तक चलते हो! 
ऐसा कब तक चलेगा, देश बिकता रहे, बिकाऊ मीडिया की घुट्टी पी पी कर जनता सोती रहेगी ? एक सार्थक विकल्प युगदर्पण के साथ जुड़कर उसे सशक्त व् सफल बनाकर हम भारत और भारतीयता को बचा सकते हैं! 
युग दर्पण 2001 से राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचारपत्र है, 2007 से हरयाणा सरकार से मान्यता प्राप्त ! सभी विविध विषयों का राष्ट्र व् समाज हित सर्वोपरि आधारित सार्थक,सटीक,सुस्पष्ट,सुरुचिपूर्ण,स्वस्थ,सोम्य,संस्कारयुक्त  इसे राष्ट्र व्यापी जन जन का लोकप्रिय दैनिक बनाने में आपका सहयोग वांछित है !


देश की श्रेष्ठ प्रतिभा,प्रबंधन पर राजनिति के ग्रहण की परिणति दर्शाने का प्रयास 
-तिलक संपादक युगदर्पण 9911111611, 9654675533.
जीवन ठिठोली नहीं,जीने का नाम है!

1 comment:

Tilak said...

Record shows a Good Traffic on all my blogs, but no comments since long. How can we give you Good Posts of your Likings without it, so you get disappointed. Pl. do comment each time, you visit the Blog. Tilak.